
सरगुजा
कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी डी. राहुल वेंकट के निर्देशानुसार विगत 27 मार्च 2025 को जनपद पंचायत मनेंद्रगढ़ के सभागार में विकासखंड अंतर्गत 72 ग्राम पंचायतों के नवनिर्वाचित सरपंचों के लिए एक दिवसीय अभिमुखीकरण एवं परिचयात्मक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नवनिर्वाचित सरपंचों को पंचायत संचालन, प्रशासनिक कार्यों, वित्तीय प्रबंधन एवं ग्रामीण विकास योजनाओं की बारीकियों से अवगत कराना था।
प्रशिक्षण सत्र की शुरुआत पूर्व निर्धारित समयानुसार जनपद पंचायत मनेंद्रगढ़ की मुख्य कार्यपालन अधिकारी (CEO) सुश्री वैशाली सिंह द्वारा की गई। उन्होंने सभी सरपंचों का स्वागत करते हुए पंचायतों की भूमिका, शासन की प्राथमिकताओं एवं विकास योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर दिया। इस अवसर पर विषय-विशेषज्ञों ने पंचायत संचालन से जुड़ी विभिन्न महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं। प्रशिक्षण में विशेष रूप से पंचायत राज अधिनियम, वित्तीय प्रबंधन, जल एवं स्वच्छता मिशन (SBM), ग्रामीण विकास योजनाएं तथा सरपंचों की प्रशासनिक एवं विधिक जिम्मेदारियों पर विस्तृत चर्चा की गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम में वरिष्ठ करारोपण अधिकारी श्री पात्रिक एक्का, सहायक करारोपण अधिकारी श्री संतोष पाण्डेय, सहायक विकास विस्तार अधिकारी श्री कमल किशोर जायसवाल, श्री नंदलाल साहू, संकाय सदस्य श्रीमती प्रभा प्यासी (विकासखंड समन्वयक, स्वच्छ भारत मिशन) एवं श्री राकेश जैन (जिला समन्वयक, स्वच्छ भारत मिशन, जिला पंचायत MCB) उपस्थित थे।
मनेंद्रगढ़ विकासखंड के सभी 72 ग्राम पंचायतों के नवनिर्वाचित सरपंचों ने इस प्रशिक्षण में उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें पंचायत स्तर पर संचालित योजनाओं की मॉनिटरिंग, प्रशासनिक प्रक्रियाएं, बजट प्रबंधन, पंचायत में पारदर्शिता और जवाबदेही जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण में पंचायत राज अधिनियम एवं नियमावली, वित्तीय प्रबंधन, स्वच्छ भारत मिशन (SBM), विकास योजनाओं का क्रियान्वयन, सरपंचों की प्रशासनिक भूमिका जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी दी गई। पंचायतों की कानूनी एवं प्रशासनिक कार्यप्रणाली, ग्राम पंचायतों के बजट, लेखा-जोखा एवं वित्तीय अनुशासन, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता को बढ़ावा देने की रणनीतियां, प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा, जल जीवन मिशन जैसी विकास योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन एवं पंचायतों में पारदर्शिता, जनसुनवाई और शिकायत निवारण तंत्र जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।
प्रशिक्षण के अंत में मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री वैशाली सिंह ने सरपंचों को ग्राम पंचायतों के कुशल संचालन हेतु प्रेरित किया और उन्हें विकास योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की। विशेषज्ञों द्वारा प्रश्नोत्तर सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें सरपंचों ने अपने अनुभव एवं चुनौतियों को साझा किया और अधिकारियों से समाधान प्राप्त किए। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम नवनिर्वाचित सरपंचों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शक साबित हुआ, जिससे वे अपनी पंचायतों में सुचारू एवं प्रभावी प्रशासनिक व्यवस्था को सुनिश्चित कर सकेंगे।