MP News: किसानों की समृद्धि के लिए मिशन मोड में सरकार, सोलर पम्प के जरिए किसानों को बिजली की चिंता से दिलाएंगे मुक्ति : मुख्यमंत्री डॉ.यादव…

भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सबके कल्याण के लिए हमारी सरकार लगतार काम कर रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हमें गरीब, युवा, महिला और अन्नदाता (किसान) के कल्याण का ज्ञान मंत्र दिया है। हमारी सरकार मिशन मोड पर इनके कल्याण के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि सबका उदर-पोषण करने वाले अन्नदाताहमारे लिए सदैव पूज्यनीय हैं। किसानों के खेत-खलिहान और घर द्वार में समृद्धि आए इसके लिए सरकार सभी प्रयास कर रहे है। किसानों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए हम हर जरूरी कदम उठा रहे हैं। इनके खेतों में सिंचाई के लिए पर्याप्त जल, पीएम किसान सम्मान निधि, मौसम की मार और कीट प्रकोप से सुरक्षा कवच देते हुए फसल योजना जैसी सुविधाओं के साथ अब हमारी सरकार किसानों को सोलर पम्प देने जा रही है।
इन सोलर पम्पों के लिए किसान अपनी जरूरत के अनुसार सौर ऊर्जा से बिजली पैदा कर अपने खेतों में सिंचाई कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि सोलर पंप के जरिए हम किसानों को बिजली आपूर्ति और बिजली बिल की चिंता से मुक्ति दिला देंगे। मुख्यमंत्री डॉ, यादव शनिवार को भिंड जिले की मेहगांव विधानसभा क्षेत्र के दंदरौआ सरकार धाम परिसर में आयोजित किसान एवं रोजगार सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इसी पावन धरती से प्रदेश के सभी किसानों के लिए प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना के तहत रिमोट का बटन दबाकर राज्य स्तरीय सोलर पॉवर पंप पोर्टल लांच किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहाकि राज्य सरकार ने ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के किसानों की आय बढ़ाने के लिए पार्वती-कालीसिंध-चंबल (पीकेसी) परियोजना की सौगात दी है। प्रदेश का सिंचाई रकबा अभी 55 लाख हेक्टेयर है, इसे आगामी वर्षों में 100 लाख हेक्टेयर तक बढाएंगे। प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए सोलर पंप योजना का आज शुभारंभ हुआ है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को मात्र 90 प्रतिशत अनुदान 5 हार्स पॉवर से लेकर 10 हार्स पॉवर तक के सोलर पंप दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार किसानों को 5 हार्सपॉवर का सोलर पावर पंप मात्र 30 हजार रुपए में, 7.5 हार्स पॉवर का पंप 41 हजार रुपए में और 10 हार्स पॉवर को सोलर पावर पंप 58 हजार रुपए में मुहैया कराएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आने वाले वर्षों में प्रदेश के गांव-गांव तक सिंचाई जल पहुंचाएंगे। हमारी सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना की शुरुआत की है। राज्य सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर दुग्ध उत्पादन को 9 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भिंड जिला वीरों की धरती है। मेहगांव के हनुमान जी को श्रद्धालु डॉक्टर हनुमान के नाम से जानते हैं। जैसी भक्त की भावना होती है भगवान वैसे बन जाते हैं। यहां कैंसर जैसे असाध्य रोग तक लोगों के विश्वास से ठीक हो रहे हैं। इस क्षेत्र को पहले दस्यु आतंक के लिए जाना जाता था, लेकिन अब समय बदला है और चंबल अंचल में विकास की यात्रा जारी है।
मुख्यमंत्री की घोषणाएं
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किसान सम्मेलन में भिंड जिले को कई सौगातें दीं। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि भिंड जिले की पावन धरती दंदरौआ धाम में आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज, आयुर्वेदिक नर्सिंग कॉलेज और पैरा मेडिकल स्टाफ के लिए ट्रेनिंगइन्स्टिटयूट खोला जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की मांग पर भिंड जिले के किसानों के हित में रतनगढ़ माता बहुउद्देशीय सिंचाई परियोजना प्रारंभ करने को मंजूरी दी। परियोजना की लागत करीब 2800 करोड़ रुपए होगी। इस परियोजना से मेहगांव और गोहद विधानसभा क्षेत्र के किसानों को विशेष लाभ मिलेगा। जनप्रतिनिधियों की मांग पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने धारौली एवं अमायन ग्राम पंचायत को नगरीय प्रशासन एवं आवास विभाग से परीक्षण कराकर नगर परिषद बनाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेहगांव में युवाओं के लिए खेल स्टेडियम और छोटे बच्चों के लिए अमृत-2 योजना से एक सुंदर चिल्ड्रन पार्क बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दंदरौआ सरकार धाम में दूर दराज से आने वाले श्रद्धाजुओं एवं भक्तों के लिए इस धाम तक सुगम आवागमन के लिए मौ से गोहद तक वर्तमान एकल मार्ग का चौड़ीकरण कराकर इसे टू लेन रोड बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि विकास की बात पर हम सब एक हैं। सभी मांगे पूरी की जाएंगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दंदरौआ सरकार धाम से ही भिंड जिले के लिए 44.50 करोड़ से अधिक की लागत वाले करीब 50 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन भी किया।
नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री राकेश शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना के जरिएहमारी सरकार प्रदेश के हर किसान को सस्ती दर पर सोलर पॉवर पंप और बेहद सस्ती दर पर बिजली मुहैया कराएगी। उन्होंने कहा कि यह पोर्टल खुल गया है और रजिस्ट्रेशन भी प्रारंभ हो गया है। कार्यक्रम को क्षेत्रीय सांसद श्रीमती संध्या राय और पूर्व मंत्री श्री लाल सिंह आर्य ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री एदल सिंह कंषाना, विधायक श्री नरेन्द्र सिंह कुशवाह, श्री अमरीश शर्मा, पूर्व मंत्री श्री ओपीएस भदौरिया, श्रीमती कामना भदौरिया, जिला अध्यक्ष श्री देव्रन्द्र नरवलिया सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि एवं किसान बंधु उपस्थित थे। कार्यक्रम के आरंभ में मुख्यमंत्री डॉ. यादव को हनुमत प्रतिमा देकर स्वागत किया गया। क्षेत्रीय महिलाओं ने राखी भेंटकर लाड़ली बहना योजना के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव का सम्मान कर आभार जताया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव का रोड-शो में हुआ आत्मीय स्वागत
मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को आयोजित किसान एवं रोजगार सम्मेलन में शामिल होने भिण्ड के दंदरौआ धाम पहुंचे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का यहां पुष्पवर्षा और फूलमाला पहनाकर आत्मीय स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। मुख्यमंत्री हेलीपैड से दंदरौआ हनुमान मंदिर तक आयोजित रोड़-शो में भी शामिल हुये। रोड़-शो के दौरान नागरिकों में अभूतपूर्व उत्साह देखा गया। हेलीपैड से मंदिर तक लगभग एक किलोमीटर के मार्ग पर नागरिकों ने कतारबद्ध होकर मुख्यमंत्री पर पुष्पों की वर्षा की।
रोड-शो के लिए सजाये गये रथ पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव के साथ किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री ऐदल सिंह कंषाना, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री राकेश शुक्ला, विधायक भिण्ड श्री नरेन्द्र सिंह कुशवाह सहित जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
क्या है प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना
मध्यप्रदेश में “प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना” का क्रियान्वयन केन्द्र सरकार की “कुसुम योजना” के घटक ‘ब’ अंतर्गत किया जा रहा है। योजना में केन्द्र सरकार 30 प्रतिशत अनुदान के अतिरिक्त राज्य सरकार द्वारा लगभग 60 प्रतिशत का अनुदान दिया जा रहा है। इसमें हितग्राही के अंश को अधिकतम 10 प्रतिशत तक सीमित रखा गया है।
कृषि क्षेत्र में सोलर पम्पों के उपयोग से प्रदेश में सिंचित भूमि का क्षेत्रफल बढ़ेगा, जिससे कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी। सोलर पम्प की स्थापना से विद्युत पम्पों को विद्युत प्रदाय के लिए राज्य सरकार पर अनुदान के भार को सीमित किया जा सकेगा एवं विद्युत वितरण कम्पनियों की वितरण हानियों को कम किया जा सकेगा। इससे किसान भाई सिंचाई के लिए स्वावलम्बी हो सकेंगे। अब तक लगभग 21 हजार 134 सोलर पम्प स्थापित किये जा चुके हैं।
योजना में 52 हजार सोलर पंपों की स्थापना की जाएगी। योजना के लिए अतिरिक्त लक्ष्य भी आवंटित किया जाएगा। प्रथम चरण में अस्थायी विद्युत संयोजन वाले कृषकों व अविद्युतिकृत कृषकों को सोलर पंप दिए जा रहे हैं। आगामी चरणों में स्थायी विद्युत पंप उपयोग कर रहे कृषकों को भी सोलर पंप दिए जाएंगे।
कृषि के लिए पम्पिंग की आवश्यकता न होने पर शेष ऊर्जा के वैकल्पिक उपयोगी, जैसे- चॉफ कटर, आटा चक्की, कोल्ड स्टोरेज, ड्रायर, बैटरी चार्जर के लिए यूनिवर्सल सोलर पम्प कन्ट्रोलर (यू.एस.पी.सी.) को भी योजना में शामिल किया गया है। इस योजना के सुचारु क्रियान्वयन के लिए एक पोर्टल तैयार किया गया है, जिसका अनावरण शनिवार को मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा किया गया।