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महतारी वंदन योजना : मां-बेटी दोनों का भविष्य हुआ सुरक्षित….

रायपुर: गौरेला पेन्ड्रा मरवाही जिले के पथर्रा गांव की 26 वर्षीय गृहिणी कीर्ति मार्काे केे पति खेती-किसानी से परिवार का भरण-पोषण करते हैं। पहले सीमित आमदनी के बीच वे बेटी के भविष्य को लेकर चिंतित रहती थीं और बचत कर पाना संभव नहीं था। लेकिन महतारी वंदन योजना शुरू होने के बाद उन्हें हर माह एक हजार रुपये की सहायता मिलने लगी हैं।

अब वे इस राशि में से 250 रुपये अपनी बेटी के नाम से ’’सुकन्या समृद्धि योजना’’ में जमा करती हैं और शेष राशि से घर का खर्च, दवाइयां और अन्य दैनिक जरूरतें पूरी होती हैं। कीर्ति मार्काे बताती हैं कि इस योजना से उन्हें आत्मनिर्भरता का अनुभव हुआ है और बेटी की पढ़ाई व भविष्य सुरक्षित लग रहा है। वे अन्य महिलाओं को भी इसके लाभ से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रही हैं।

मां-बेटी दोनों का भविष्य हुआ सुरक्षित

छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी ’महतारी वंदन योजना’ ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों की महिलाओं के लिए आर्थिक सशक्तिकरण का माध्यम बन गई है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रारंभ की गई इस योजना का उद्देश्य नारी सम्मान, आत्मनिर्भरता और परिवार के उज्ज्वल भविष्य को सुरक्षित करना है। इस योजना के तहत राज्यभर की पात्र महिलाओं को हर माह एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है। यह सहायता राशि महिलाओं की बुनियादी जरूरतों के साथ-साथ भविष्य की बचत योजनाओं में उपयोग होकर समाज में सकारात्मक बदलाव ला रही है।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस योजना को महिलाओं की आर्थिक सुरक्षा और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर बताया है। उनका मानना है कि यदि महिला सशक्त होगी तो परिवार और समाज भी सशक्त होगा। राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे इस जनकल्याणकारी कदम से हजारों महिलाएं प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित हो रही हैं। ग्रामीण इलाकों में यह योजना महिलाओं के सपनों को नया आकाश दे रही है, वहीं शहरों की गृहणियां भी इसे अपनी आर्थिक सहारा मान रही हैं।

महतारी वंदन योजना ने महिलाओं को राहत और आत्मविश्वास दिया है। इस योजना ने यह स्थापित किया है कि सरकार की योजनाओं की सही जानकारी और समय पर प्राप्त सुविधा लोगों के जीवन में बड़े बदलाव ला सकती है।

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